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आपने बिलकुल सही पढ़ा दूध की शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए मुख्य रूप से संरक्षकों को दूध में मिलावट के रूप में मिलाया जाता है। इसके आलावा दूध की मात्रा और अधिक बढ़ाने के लिए पानी मिलाया जाता है जो आगे चल कर दूषित होता है और हानिकारक साबित होता है।

दूध में डिटर्जेंट, कास्टिक सोडा, सिंथेटिक घटक, यूरिया जैसे सामग्री की मिलावट की जाती है, जो लम्बे समय तक स्वास्थ्य पर विनाशकारी प्रभाव डालते है क्योंकि यह खाद्य विषाक्तता, हानि, जठरांत्र संबंधी जटिलताओं, हृदय की समस्याओं, कैंसर या यहां तक कि गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं और मौत का कारण भी बन सकता है।

पशु कल्याण बोर्ड की एक रिपोर्ट से पता चला है कि देश में दूध उत्पादन का 68.7 प्रतिशत दूध उपोत्पादों () के साथ प्रदूषित तत्वों से युक्त पाया गया।

एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय बाजार में उपलब्ध 65% से ज्यादा दूध मिलावटी है।

एनिमल वेलफेयर बोर्ड के एक सदस्य ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा कि भारत में बाजार में बिकने वाले लगभग 68.7 प्रतिशत दूध और दूध उत्पाद भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण ( ) द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार नहीं हैं।

स्किम्ड मिल्क पाउडर और ग्लूकोज के अलावा, सर्वेक्षण में हाइड्रोजन पेरोक्साइड, न्यूट्रलाइज़र, चीनी, स्टार्च, नमक, डिटर्जेंट, फॉर्मेलिन और वनस्पति नमक की उपस्थिति की भी पाई गई थी। अध्ययनों से पता चलता है कि नमक, डिटर्जेंट और ग्लूकोज जैसे मिलावट दूध की मोटाई और चिपचिपाहट को बढ़ाते हैं और साथ ही इसे लंबे समय तक संरक्षित करते हैं, जबकि स्टार्च दूध को जमने से रोकता है।

आइए जानते मिलावटी दूध की कैसे जांच करे।

दूध हर एक जीवन की ऐसी चीज है, जिसकी जरूरत हर घर में होती है। कुछ लोग तो ऐसे होते हैं, जिन्हें बिना दूध पीएं रात में नींद तक नहीं आती है, वहीं कई महिलाएं अपनी बच्चों के पीछे पड़ी रहती है, पहले दूध पीओ उसके बाद ही कुछ मिलेगा लेकिन क्या आप जानती है अगर आप अपने बच्चे को नकली (मिलावटी) दूध पिला रही हैं तो यह उनके स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक हो सकता है। आइए जानते हैं कि दूध में मिलावट की जांच कैसे करें।

१. दूध में डिटर्जेंट मिला है तो ऐसे करे जांच:

इसके लिए आप पानी की समान मात्रा के साथ 5 से 10 मिलीलीटर का नमूना लें। इस सामग्री को अच्छी तरह हिलाएं, यदि दूध में डिटर्जेंट की मिलावट की गई है तो यह गाढ़ा झाग बन जाएगा, वहीं अगर दूध शुद्ध होगा तो इसमें दूध में झाग की बहुत पतली परत बन जाएगी।

२. दूध में पानी की मिलावट की गई है तो ऐसे करे जांच:

के अनुसार, अगर दूध में पानी मिलाया गया है तो आप आसानी से अपने घर में जांच कर सकते हैं। इसके लिए आपको दूध की एक बूंद को किसी पॉलिश की हुई सीधी सतह पर रखें। शुद्ध दूध धीरे-धीरे बहता है और पीछे एक सफेद निशान छोड़ जाता है, वहीं अगर दूध में पानी की मिलावट की गई तो यह बिना कोई निशानी छोड़े तुरंत बह जाएगा।

३. दूध में स्टार्च मिलाया गया है तो ऐसे कई जांच:

के अनुसार, आप 2-3 मिलीलीटर दूध के सैंपल को 5 मिलीलीटर पानी में उबालें, उसके बाद दूध को ठंडा करके इसमें आयोडीन टिंचर की 2-3 बूंदें डालें। अगर दूध का रंग नीला हो जाए तो समझ लीजिए कि इसमें स्टार्च मिलाया गया है।

इस तरह से आप मिलावटी दूध की जांच घर कर सकते है।

जैसा हमने जाना मिलावटी दूध से स्वास्थ्य को कितने नुकसान हो सकते है और बाजार में अधिकतर मिलवाती दूध पैकेट या अन्य रूप से प्रवृत किए जा रहे है।

इसका अर्थ ये निकल कर नहीं आता कि हम दूध का सेवन करना बंद करदे। रिपोर्ट के अनुसार भारतीय बाजार में 65% से अधिक दूध मिलावटी है लेकिन वही 35% ऐसे ब्रांड्स ओर कंपनी हमारे बीच मौजूद है जो सिर्फ बिक्री और प्रोफिट से ज्यादा ग्राहोको का स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रख रहे है।

अब हम जानेंगे हमारी उम्री गव्य दूध की कुछ विशिष्टताएं की कैसे हम उम्री गव्य के हर सदस्य को बेहतर सर्विस के साथ उनका स्वास्थ्य का कैसे पूरा ध्यान रख रहे है।

ग्राहक को लाइव सीसीटीसी रिपोर्ट दी जाएगी। दूध की सारी परीक्षण की पक्रिया आप अपने फोन के जरिए देख सकते है।

ग्राहक को तय किए गए समय अनुसार दूध पोहचाया जाएगा। इसके लिए हमने जीपीएस ट्रैकिंग उपलब्ध किया है, जिससे आप लाइव ट्रैक कर सकते है ओर दूध समयसर पोहचनेका अनुमान लगा सकते है।

साथ ही आपको पौष्टिक ओर ताजी सब्जियां का लाभ मिलेगा। ग्राहक के ऑर्डर अनुसार सब्जियां को उगाया जाएगा बाद समय अनुसार उनके घर पोहचा दिया जाएगा। सब्जियां ताजी होने की रिपोर्ट भी आपको दी जाएगी।

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